गुरुवार, 17 नवंबर 2011

भ्रष्टाचार के खिलाफ शहर में पदयात्रा


औरंगाबाद, कार्यालय संवाददाता :

भ्रष्टाचार एवं मानवाधिकार हनन के खिलाफ नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले निकली पदयात्रा बुधवार को औरंगाबाद पहुंची। जसोइया स्थित महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण कर यात्रा की शुरुआत की गई। भरत सिंह के नेतृत्व में निकली पदयात्रा करमा मोड़, समाहरणालय, रमेश चौक बाजार होते हुए गुजरी। यात्रा का जिक्र करते हुए भरत ने कहा कि उद्देश्य लोगों को जगाना है। बिहार की क्रांतिकारी जनता को भ्रष्टाचार के खिलाफ एकजुट करना, विकास राशि का हिसाब मांगने के लिए जनता को संगठित करना, मानवाधिकार हनन के खिलाफ जनमत तैयार करना एवं सूचना के अधिकार, शिक्षा के अधिकार एवं सेवा के अधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करना है। बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि मैट्रिक पास को एक हजार, इंटर को पन्द्रह सौ, बीए को दो हजार, एमए को चार हजार, पीएचईडी को पांच हजार एवं व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त करने वालों को दो हजार रुपए दी जाए। भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि यह रोग भ्रष्टाचारियों के खून में हिमोग्लोबिन की तरह घूस गया है। सांसद एवं विधायक अपनी सुविधा के लिए एक हो जाते हैं परंतु आम जनता के सवाल एवं भ्रष्टाचार मिटाने के संकल्प पर कभी एक नहीं हुए। पदयात्रा में मंच के अध्यक्ष शिवप्रकाश राय, किसान नेता भाई गोपाल, भोजपुर के जिलाध्यक्ष विद्यानंद सिंह, जितेन्द्र सिंह, मार्कण्डेय त्रिवेदी, नागेन्द्र सिंह, अलखदेव पासवान शामिल थे।

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